जिला परिषद् वार्ड नंबर-4 की उम्मीदवार कंचन भड़ाना
Star Khabre, Faridabad : जिला परिषद् चुनाव में वार्ड नंबर-4 से चुनावी मैदान में कूदकर कंचन भड़ाना ने राजनीति क्षेत्र में अपना पहला कदम रख दिया है। संस्कारों से पूर्ण कंचन भड़ाना महिलाओं के लिए एक उदाहरण पेश करना चाहती हैं। वहीं कंचन भड़ाना ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहती हैं। पेश हैं जिला परिषद् वार्ड नंबर-4 की उम्मीदवार कंचन भड़ाना से स्टार खबरें द्वारा की गई विशेष बातचीत के कुछ अंश :-
कंचन जी अपने बारे में हमारे पाठकों को कुछ बताएं ?
मैं कंचन भड़ाना, 23 साल पहले मेरा जन्म गुडगांव में हुआ। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद मैने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से बीकॉम और फिर उसके बाद इंग्लिश से एमए की। डेढ़ साल पहले मेरी शादी फरीदाबाद के पाली गांव निवासी हरेन्द्र भड़ाना से हुई। अब मैं बीएड की पढ़ाई कर रही हूं।
बीकॉम और एमए (इंग्लिश) करने के बाद राजनीति में कैसे प्रवेश किया?
जी हां वैसे तो राजनीति से मेरा या मेरे परिवार को कोई संबंध नहीं रहा है लेकिन क्षेत्र में लोगों को छोटी छोटी परेशानियों के कारण परेशान होता देख मुझे अच्छा नहीं लगाता। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को अधिक तव्वजों न मिलना भी मेरा राजनीति में आने का प्रमुख कारण है। राजनीति में प्रवेश कर महिलाओं को जागरूक कर उन्हें उनका हक दिलवाने की ओर कार्य किया जाएगा।
हरियाणा सरकार ने चुनावों के लिए जो शिक्षा सीमा तय की क्या आप उससे सहमत हैं ?
जी हां मैं उससे पूरी तरह सहमत हूं क्योंकि जब पढ़े लिखे लोग चुनावों में जीत कर राजनीति में आगे आएंगे तो क्षेत्र में विकास होगा। शिक्षा से ही सभी समस्याओं की हल संभव है। इसलिए हरियाणा सरकार का यह फैसला सराहनीय है। इस फैसले के बाद अब युवाओं को मौका मिलेगा और राजनीति जनता के विकास कार्य के लिए अच्छे स्तर पर होगी।
चुनावी मैदान में आप क्या एजेंडा लेकर उतरेंगी?
चुनावी मैदान में मैं जनता से सिर्फ वादे करने के लिए नहीं उतरूंगी बल्कि उन्हें उनकी समस्याएं बताकर उन्हें हल करवाने का विश्वास भी दिलाऊंगी। ग्रामीण क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, सडक़ की समस्याएं तो हैं ही, उसके अलावा बच्चों में शिक्षा की कमी, सरकारी स्कूलों का गिरता स्तर, हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों की संख्या में आ रही कमी महत्वपूर्ण समस्याएं हैं, जिन्हें हल करना अब जरूरी हो गया है। यदि जनता ने मुझे अपना कीमती वोट देकर विजयी बनाया तो सबसे पहले बच्चों की शिक्षा की ओर ध्यान दिया जाएगा, इसके लिए सरकारी स्कूलों के स्तर को उठाने की कोशिश की जाएगी। वहीं बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाई पर भी विशेष काम किया जाएगा। इन सब के साथ ग्रामीण क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना तो मेरा कार्य होगा ही।
कंचन जी आप महिलाओं को क्या संदेश देना चाहेंगी?
जी हां मैं महिलाओं को विशेष तौर पर एक संदेश देना चाहूंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राय: महिलाएं घर के अंदर ही रहती हैं जिसके कारण उनकी समस्याओं की ओर कभी ध्यान ही नहीं दिया जाता। मैं महिलाओं को संदेश देना चाहूंगी कि अब महिला और पुरूष में कोई अंतर नहीं है। इसलिए वह आगे आएं।